डिप्रेशन एक आम बीमारी
डिप्रेशन (depression) के लक्षण , डिप्रेशन के लक्षण और उपाय (depression remedies) एवं ज्योतिष समाधान कि हम लोग विस्तृत चर्चा करेंगे आज कल डिप्रेशन( depression) या एंजाइटी एक आम समस्या बन गया है। हर व्यक्ति डिप्रेशन( depression) या एंजाइटी का कभी ना कभी शिकार अवश्य बनता है।
ज्योतिष में डिप्रेशन का कारण है चंद्रमा
जब हमारी मानसिक चिन्ताएं जरुरत से ज्यादा बढ़ जाती है तब हमें डिप्रेशन (depression) या अवसाद का सामना करना पड़ता है। ज्योतिष में डिप्रेशन (depression) या अवसाद को एक बीमारी के तौर पर देखा गया है। डिप्रेशन का प्रमुख कारण चन्द्रमा moon का कमजोर होना,सूर्य के प्रभाव में अस्त होना,चन्द्रमा moon का कुंण्डली में शत्रु की राशि में बैठना, ज्योतिषाचार्यों के अनुसार चन्द्रमा मन का स्वामी होता है तथा मस्तिष्क से सम्बन्धित सारी बीमारियाँ अवसाद या डिप्रेशन के मूल कारण में चन्द्रमा ही है।
डिप्रेशन से बचने के ज्योतिष उपाय ( depression remedies)
कहते हैं
‘मन के हारे हार है,मन के जीते जीत’
अर्थात जिसका मन खराब है,वह कभी भी अपने उद्देश्यों में सफल नहीं हो सकता तथा अच्छा जीवन नहीं जी सकता। यहाँ पर हम आपको अवसाद से बचने के कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं,जिन्हें करने से आपका चन्द्रमा ठीक होगा और आपको अवसाद से मुक्ति मिलेगी ।
आपका तिल बताएगा आपका भविष्य, जाने अपने शरीर में तिल का महत्व
रात को सोते समय सिरहाने पर रखें चांदी के गिलास में पानी
1- जिन लोगों को मानसिक तनाव एन्जाइटी या अवसाद की समस्या हो उन्हें रात में सोते समय अपने सर के बगल में चाँदी के गिलास में पानी रखना चाहिए और सुबह उठते ही उस पानी को पी लेना चाहिए परन्तु यह याद रखें कि उस जल को पीने से पहले कुछ नहीं खाना-पीना है।
चंद्र यंत्र का करें नित्य पूजन
2-जिन लोगों को काफी घबराहट और अवसाद का अक्सर सामना करना पड़ता हो,ऐसे लोग भोज-पत्र में अनार की कलम और गौ-लोचन की स्याही से चन्द्र-यन्त्र का निर्माण करें। इसके बाद किसी योग्य ब्राहम्ण से उसकी प्राण-प्रतिष्ठा करके उसका नित्य पूजन करें। किसी भी पूजा की दुकान में आपको भोज-पत्र, अनार की कलम औऱ गौ लोचन मिल जाएगा। पुराने समय में जब कागज का अविष्कार नहीं हुआ था, तब लोग भोज पत्र में ही लिखा करते थे।
मोती धारण करने से होगा लाभ
जिल लोगों को अधिक एन्जाइटी या घबराहट रहती हो। उनको सबसे छोटी ऊंगली में मोती धारण करना चाहिए। मोती को चाँदी की अंगूठी में बनवाना चाहिए। किसी भी शुक्लपक्ष के सोमवार को सबसे पहले इस अंगूठी को गाय के दूध से स्नान कराएं,फिर गंगा-जल से स्नान कराएं,इसके बाद शिवलिंग में स्पर्श कराके धारण करें ।
प्रदोष व्रत से मिलेगी अवसाद से मुक्ति
3-अवसाद वाले व्यक्तियों को प्रदोष का व्रत करना चाहिए। प्रदोष के व्रत से चन्द्रमा मजबूत होता है तथा साकारात्मक ऊर्जा आती है। प्रदोष व्रत की महिमा शिव-पुराण में भी बताई गयी है।
सोमवार का व्रत है अवसाद में फायदेमंद
4-अवसाद वाले लोगों को हर सोमवार को व्रत रहने से भी काफी फायदा मिलता है। प्रत्येक सोमवार को ब्राहम्णों को कच्चा-भोजन दान करना चाहिए।