जन्म कुंडली में धन योग या अचानक धन की प्राप्ति किस वर्ष होगी अथवा कुंडली में धन योग है या नहीं ? हर किसी के मन में यह प्रश्न अवश्य चलता है ।

वह ये भी जानना चाहता है उनका भाग्योदय किस वर्ष से शुरू होगा ? और उन्हें किस वर्ष से सफलताएं प्राप्त होनी शुरू होंगी ?  इस प्रश्न का समाधान ज्योतिष में नवें भाव से किया जा सकता है ।

ज्योतिष में नवाँ घर भाग्य का होता है और इस घर में जिस भी ग्रह का सबसे अधिक प्रभाव होता है । उसी के अनुसार उस व्यक्ति को जीवन में आगे बढ़ने का और भाग्योदय होने का समय निर्धारण होता है ।आइए हम आपको बताते हैं जन्म कुंडली में धन योग कब है  ?

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अगर नवें घर में सूर्य मजबूत हो

जिस किसी के नवें घर में सूर्य का प्रभाव सबसे अधिक होता है । वह लोग जीवन के 22 वें वर्ष में सबसे ज्यादा तरक्की करना चालू करते हैं । यह वर्ष इन लोगों के लिए भाग्योदय का वर्ष होता है ।

अगर नवें घर में चंद्रमा मजबूत हो

अगर नवें घर में चंद्रमा मजबूत होता है । तो ऐसे लोग 24 में वर्ष में सबसे ज्यादा सफल होते हैं और उनका भाग्योदय 24 वर्ष से शुरू होता है । ऐसे लोगों के जीवन में उतार-चढ़ाव काफी रहता है ।

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अगर नवें घर में मंगल मजबूत हो

अगर नवें घर में मंगल मजबूत हो तो ऐसे लोगों का भाग्योदय 28 वें वर्ष से शुरू होता है । उसके बाद यह लोग तरक्की की सीढ़ी चढ़ते चले जाते हैं ।

अगर नवें घर में बुद्ध मजबूत हो

अगर नवें घर में बुध सबसे मजबूत हो तो ऐसे व्यक्ति का  भाग्योदय 32 वें वर्ष में शुरू होता है । ऐसे लोग 32 वें वर्ष में अचानक तरक्की करते हैं ।

अगर नवें घर में बृहस्पति मजबूत हो

नवे भाव में गुरु का मजबूत होना 16 वर्ष में ही तरक्की करा देता है । ऐसा व्यक्ति बहुत ही प्रतिभाशाली और समस्त प्रकार के सुखों का भोग ने वाला होता है ।

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अगर नवें घर में शुक्र मजबूत हो

नवें घर में अगर शुक्र मजबूत हो तो ऐसा व्यक्ति 25 में वर्ष में सफलता की सीढ़ी चलना शुरू करता है और उसका भाग्योदय 25 वर्ष के पश्चात होता है । ऐसे लोगों को जीवन में धन की कमी नहीं होती ।

अगर नवें घर में शनि मजबूत हो

शनी का नवें भाव में मजबूत होना विलंब से सफलता प्राप्ति का संकेत देता है । यह लोग 36 वें वर्ष में सफल होते हैं । परंतु इनकी सफलता स्थाई होती है और फिर यह लगातार सफलता प्राप्त करते रहते हैं ।

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अगर नवें घर में राहु और केतु मजबूत हो

राहु का सबसे ज्यादा नवें भाव में प्रभाव होने पर ऐसे लोग 42 वें वर्ष में सफल होते हैं ।

केतु का सबसे ज्यादा नवें घर में प्रभाव होने पर 44 में वर्ष में सफलता प्राप्त होती है।

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