भाग्यांक निकालने की विधि
आपकी जन्मतिथि महीना और जन्म के वर्ष को आपस में जुड़ने से जो अंक प्राप्त होता है उसे भाग्यांक कहते हैं l जैसे यदि किसी व्यक्ति की जन्म तिथि 23 – 05 -1993 है भाग्य निकालने के लिए सबसे पहले आप इन सभी अंकों को आपस में जोड़ें
2 + 3 + 0 + 5 + 1 + 9 + 9 + 3 = 32
32 को आपस में पुनः जोड़ें = 3 + 2 = 5
इस व्यक्ति का भाग्यांक 5 हुआ ।
अंक ज्योतिष , भाग्यांक -1 करुणा, निष्ठा, दयालु और उदारता का व्यवहार करते हैं
अंक ज्योतिष,भाग्यांक 2 वाले व्यक्ति होते हैं भाग्यशाली
अंक ज्योतिष , भाग्यांक 3 वाले पाते हैं सब पर विजय
अंक ज्योतिष ,भाग्यांक 4 वाले व्यक्ति होते हैं शांत प्रिय
अंक ज्योतिष, भाग्यांक 6 वाले होते हैं सच्चे साथी
भाग्यांक 7 तीव्र बुद्धि के और आत्म चिंतक होते हैं,
भाग्यांक 8 यश, कीर्ति, सम्मान तथा सफलता प्राप्त करने की लालसा
अंक ज्योतिष ,भाग्यांक 9, स्वभाव-वश प्रगतिशील व्यक्ति ,खुश-मिजाज
भाग्यांक 5
अंक ज्योतिष (numerology) भाग्यांक 5 (bhagyank 5) वाले लोग होते हैं परोपकारी ।
जिन व्यक्तियों का भाग्यांक 5( bhagyank 5)होता है,ऐसे व्यक्ति हृदय से बहुत सरल-स्वभाव के तथा दूसरों की सेवा करना इन्हें अत्यंतप्रिय होता है, अंक शास्त्र के अनुसार इनके इसी स्वभाव के कारण कभी-कभी व्यक्ति इन पर संदेह की नजर से देखने लगते हैं ।कई व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जो इन पर स्वामी-भक्ति यानी चापलूस होने का आरोप भी लगाते रहते हैं।
ऐसे व्यक्ति बहुत ही उदार और परोपकारी स्वभाव की होते हैं
अंक ज्योतिष numerology के अनुसार जब भी लोग गलत आरोप लगाते हैं तो इनके हृदय में बहुत आघात पहुंचता है,लेकिन फिर भी ये अपनी मनो- स्थिति यानी संयम बरतने की पूरी कोशिश करते हैं, ऐसे व्यक्ति लंबे समय तक दुखी नहीं रह सकते,ये बहुत ही उदार और परोपकारी स्वभाव की होते हैं।
ऐसे व्यक्ति दूसरों की सहायता करने में सदैव तत्पर रहते हैं
भाग्यांक 5 ( bhagyank 5) वाले व्यक्ति दूसरों की मदद करने के लिए अगर स्वयं पर भी कोई संकट आता है, तो उससे भी ये कतई नहीं चूकते और दूसरों की सहायता करने में सदैव तत्पर रहते हैं तथा जरूरत पड़ने पर त्रण लेकर उनकी मदद करने में आगे रहते हैं, इनका हृदय बहुत ही पवित्र और दयालु स्वभाव का होता है, कई बार तो कुछ व्यक्ति इसी स्वभाव को लेकर इन्हें अविवेक समझने की भूल भी कर जाते हैं, लेकिन इनका इतना उत्साहित होना किसी स्वार्थ की वजह से बिल्कुल भी नहीं होता है।
ऐसे लोग बहुत ही शान्त-स्वभाव के होते हैं।
अंक शास्त्र के अनुसार भाग्यांक 5 वाले व्यक्ति अपने शांत-स्वभाव के कारण यह अक्सर ऐसे स्थान पर जा पहुंचते हैं, जहां इनका बिल्कुल भी सम्मान नहीं होता और कई-बार तो इन्हें बेइज्जत भी होना पड़ता है, ऐसी जगह पर जाना इनके लिए बहुत घातक साबित होता है और इन्हें ऐसी स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
दयालु स्वभाव और सरलचित्त मन इनके मौलिक स्वभाव में शामिल होता है
भाग्यांक 5 वाले व्यक्ति किसी भी परिस्थिति का मुकाबला बहुत ही धैर्य से करते हैं, ऐसे व्यक्ति ज्यादातर दोस्तों पर यानी दूसरों की दया पर आश्रित रहना पसंद करते हैं, इसी वजह से इन्हें आर्थिक क्षेत्र में प्रगति नहीं होती है,दयालु स्वभाव और सरलचित्त मन इनके मौलिक स्वभाव में शामिल होता है।
ऐसे व्यक्ति परिवर्तनशील होते हैं
ऐसे व्यक्ति परिवर्तनशील होते हैं,ये किसी भी एक कार्य को ज्यादा लंबे समय तक नहीं कर सकते और यह अपने कार्यों में भी परिवर्तन करते रहते हैं जैसे- नौकरी,व्यवसाय,स्थान आदि में भी बदलाव करना इनके स्वभाव में शामिल होता है और अपनी ग्रहस्थ जीवन में भी ये स्थिर नहीं रह पाते तथा नए-नए परिवर्तन करते रहते हैं।
ऐसे व्यक्ति बहुत शीघ्रता से उत्साहित हो जाते हैं
ऐसे व्यक्ति कोई भी काम शुरू करते हैं तो पहले तो बहुत उत्साहित होते हैं, लेकिन बाद में उस काम को पूरा नहीं कर पाते हैं तथा अधूरा ही छोड़ देते हैं यह भी इनके स्वभाव में होता है, ऐसे व्यक्ति बहुत जल्द रुस्ठ और प्रसन्न भी हो जाते हैं इसलिए इनका स्वभाव सदैव एक जैसा नहीं रहता है।
ऐसे व्यक्ति बहुत ही दयालु स्वभाव के होते हैं
ऐसे व्यक्ति नौकरी प्रबंधन में यदि किसी उच्च पद पर स्थापित हों तो इनके अधीनस्थ काम करने वाले व्यक्तियों में इनके स्वभाव की वजह से डर का माहौल बना रहता है, ऐसे व्यक्ति यदि किसी दूसरे व्यक्ति पर प्रश्न्न हो जाए तो ये अपना सब कुछ न्योछावर करने के लिए भी तैयार रहते हैं।
ऐसे व्यक्तियों को अधिकाधिक किसी बड़े काम को करने में दिलचस्पी होती है
अगर ऐसे व्यक्ति किसी बात पर क्रोधित हो जाएं तो भी ये उस व्यक्ति से सब कुछ छीनने की क्षमता रखते हैं, ऐसे व्यक्ति कार्य को किसी बहुत मुझे स्तर पर करने की लालसा रखते हैं तथा इन्हें किसी छोटे काम को करने में दिलचस्पी नहीं होती है तथा ऐसे व्यक्ति ज्यादातर जिस किसी भी काम को करते हैं, वह सफल ही होते हैं।